जिंदगी की किताब जो हम पढ़ रहे थे
जीने के उसूल पन्नों पे लिख रहे थे
कुछ सालों बाद लगा
अब सब कुछ सीख लिया
जो आँखों को नम कर जाये
उन ग़मों से लड़ना सीख लिया
जो मुस्कान छीन जाये
उन बातों को टालना सीख लिया
तभी एक आंधी आई
हमें तीथर बिथर कर गयी
हमारी उसूलों की नाव
दरिया मे उलटकर बह गयी
निराश होकर बैठ गए हम
और विचार करने लगे
जिंदगी से आखिर हमने कुछ नहीं सीखा
फिर से नाकामियाब ही रह गए
इस सोच मे दूसरा विचार आया
साथ मे एक मुस्कान लाया
शायद हम कुछ ढून्ढ रहे थे
जिंदगी कुछ और दे रही थी
हँसते हुए रुलाते हुए
बस हर दिन चलना सिखा रही थी
संघर्ष उसूलों से बंधता नहीं
वोह कभी थमता नहीं
बस हम ही नादान थे
उसे उम्र के ज्ञान में समेट रहे थे
जिंदगी ऐसी ही है, बस चलती रहेगी
कब रास्ता बदल दे, इसकी खबर न रहेगी
चेहरे पे चाई उदासी को हंसी से बदल दो
तो हर मोड़ पे यह दौड़ना सिखा देगी
जीने के उसूल पन्नों पे लिख रहे थे
कुछ सालों बाद लगा
अब सब कुछ सीख लिया
जो आँखों को नम कर जाये
उन ग़मों से लड़ना सीख लिया
जो मुस्कान छीन जाये
उन बातों को टालना सीख लिया
तभी एक आंधी आई
हमें तीथर बिथर कर गयी
हमारी उसूलों की नाव
दरिया मे उलटकर बह गयी
निराश होकर बैठ गए हम
और विचार करने लगे
जिंदगी से आखिर हमने कुछ नहीं सीखा
फिर से नाकामियाब ही रह गए
इस सोच मे दूसरा विचार आया
साथ मे एक मुस्कान लाया
शायद हम कुछ ढून्ढ रहे थे
जिंदगी कुछ और दे रही थी
हँसते हुए रुलाते हुए
बस हर दिन चलना सिखा रही थी
संघर्ष उसूलों से बंधता नहीं
वोह कभी थमता नहीं
बस हम ही नादान थे
उसे उम्र के ज्ञान में समेट रहे थे
जिंदगी ऐसी ही है, बस चलती रहेगी
कब रास्ता बदल दे, इसकी खबर न रहेगी
चेहरे पे चाई उदासी को हंसी से बदल दो
तो हर मोड़ पे यह दौड़ना सिखा देगी